Tuesday 19 February 2013

परिवर्तन की ओर नवयुवक कोसरिया यादव समाज जमशेदपुर

राउत नाच और मड़ई मेला राउत समाज की देन है जो आज छत्तीसगढ़ की संस्कृति बनी हुई है। गांव-गांव, अमीर-गरीब, बूढ़ा, जवान, युवा हो बच्चे सब को प्रेम और एकता के सूत्र में जोडऩे वाला मड़ई मेला ही है। स्थान-स्थान पर मड़ई मेला का आयोजन इसका साक्षी है। जमशेदपुर, टाटानगर में 60 वर्षों से मड़ई का आयोजन मेला के रुप में होता रहा है।
वर्तमान दशक में जमशेदपुर में मड़ई राउत नाच महोत्सव का आयोजन एवं प्रोत्साहन करने वाला सीपीएन क्लब सोनारी के अध्यक्ष पूरन वर्मा और उनके कार्यकारिणी सदस्य हैं। हमारा यादव समाज सीपीएन क्लब और पूरन वर्मा को कभी भूल नहीं पायेगा। लगातार 10 वर्षों के मड़ई महोत्सव के आयोजन ने युवकों में प्रेरणा एवं शक्ति का संचार किया। फलस्वरूप जमशेदपुर में नवयुवक कोसरिया यादव समाज की पदाधिकारियों का चुनाव 31 दिसम्बर 96 को संपन्न हुआ। निम्नलिखित यादव बन्धु पदाधिकारी चुने गए। अध्यक्ष- हीरालाल यादव, उपाध्यक्ष- ईश्वरी यादव, महामंत्री प्रभु यादव, मंत्री- रमेश यादव, कोषपाल- किशोर यादव, संगठनमंत्री- वासुदेव यादव।
संगठन  को मजबूत करने के लिए सभी क्षेत्रों में बैठकों का आयोजन हुआ। संगठन के विचार से यादव समाज जमशेदपुर को आठ क्षेत्रों में विभाजित किया गया ताकि समाज के 600 परिवारों व करीब 10 हजार सदस्यों तक आसानी से पहुंचा जा सके। यादव समाज को मजबूत करने के लिए नवम्बर 96 में यादव मिलन समारोह, वनभोज का आयोजन गांधी घाट, स्वर्ण रेखा नदी के तट पर किया गया। युवक समाज ने समाज के सही विकास के लिए निम्नलिखित कार्यक्रमों की घोषणा की (1) समाज में शिक्षा को प्रोत्साहन (2) समाज के गरीब लड़के-लड़कियों को सहयोग कर विवाह करवाना (3) बेरोजगारी दूर करने के लिए स्वरोजगार योजना को प्रोत्साहन देना।
साभार-  रऊताही 2000

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