Sunday 2 December 2012

पद्मश्री फूलबासन को सीताराम जिदल फाउन्डेशन सम्मान

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की मां बम्लेश्वरी महिला सहायता समूह की
प्रमुख पद्मश्री फुलबासन बाई को कल 03 दिसंबर को नयी दिल्ली में सीताराम
ङ्क्षजदल फाउन्डेशन पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा.
जिले के छोटे से गांव सुकुल देहान में मुर्गी, बकरी एवं गाय पालन करने वाली एवं राष्ट्रीय स्तर पर अनेक पुरस्कारों से सम्मानित श्रीमती फुलबासन बाई ने दिल्ली रवाना होने से पूर्व कहा कि पुरस्कार से प्राप्त 20 लाख रपये की धनराशि से वह महिला सहायता समूहों के प्रशिक्षण के लिये भवन बनवायेगी.
उन्होंने बताया कि राजनीति से दूर रह कर उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का अभियान चलाया है जिसमें महिलाओं के 11 हजार से अधिक समूहों से करीब डेढ़ लाख महिलाएं जुड़ी हैं. उन्होने बताया कि इन महिलाओं के मार्गदर्शन के लिये वह प्रसिद्ध समाजसेवी अन्ना हजारे को आमंत्रित करने इसी माह रालेगन सिद्धि उनके गांव जाय्ङ्क्षेगी. उन्होंने बताया कि पूर्व में सम्मान में मिली 11 लाख रुपये की राशि से उन्होंने महिलाओं के प्रशिक्षण के लिये राजनांदगांव में भूमि खरीदी है तथा कल मिलने वाली सम्मान राशि से
वहां भवन का निर्माण किया जायेगा.
श्रीमती फुलबासन ने बताया कि पहले उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री रमन ङ्क्षसह से ग्रामीण महिलाओं के प्रशिक्षण के लिये नि:शुल्क भूमि की मांग भी की  थी लेकिन राज्य सरकार से सहयोग नहीं मिलने पर सरकार से कभी कोई आशा नहीं रखी. उन्हें अब तक राजीव गांधी एकता सम्मान, राष्ट्रीय स्त्री शक्ति पुरस्कार, जमनालाल बजाज पुरस्कार, राष्ट्रीय सद्गुरु पुरस्कार, पद्मश्री आदि सम्मान मिल चुके हैं. उन्होंने बताया कि अब तक बालिका शिक्षा, शराब बंदी, दत्तक पुत्री योजना तथा बाल विवाह रोकने आदि के लिये वह कार्य कर चुकी हैं तथा इसमें काफी हद तक सफलता भी मिली है. उन्होंने बताया कि राजनांदगांव जिले में उनसे जुडे़ 1382
समूह की डेढ़ लाख महिलाओं ने छोटी-छोटी बचत करके अब तक बैंकों में कुल 25 करोड़ रुपयों की राशि जमा की है.
श्रीमती फुलबासन ने बताया कि 16 दिसंबर को वह अपने महिला समूह का
स्थापना दिवस मनायेंगी तथा उस दिन अपना अखबार भी निकालेंगी.

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