यादव इतिहास बड़ा गौरवशाली है. इस कुल में समय-समय
पर, जीवन के हर क्षेत्र में, ऐसी अनेक विभूतियों ने जन्म लिया जिन्होंने अपने
सामर्थ्य, योग्यता एवं कुशलता के बल से न केवल विश्व के इतिहास पटल पर अपनी अमिट
छाप छोड़ी, बल्कि यदुकुल का भी नाम रोशन किया. राजनैतिक क्षेत्र में भी ऐसे ही
अनेक यदुवंशियों ने समाज व देश की सेवा करते हुए उच्च पदों पर आसीन हुए.
विभिन्न गौरवशाली पदों पर काम कर चुके ऐसे अनेकों महानुभाव हैं उन सबका नाम
लिखना यहाँ असंगत होगा.
स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद
विभिन्न प्रदेशों में अब तक तीन यदुवंशियों को राज्यपाल , दस को मुख्यमंत्री
और एक को लोकसभा स्पीकर के रूप में पदासीन होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है.
उनका विवरण नीचे दिया गया है:-
मुख्यमंत्री-दिल्ली में :
1 . चौधरी ब्रह्मप्रकाश, दिल्ली के प्रथम मुख्यमंत्री (1952
से 1955 तक)
मुख्यमंत्री-उत्तर प्रदेश में :
1 .राम नरेश यादव -----------(23 .6 .1977 से 27 .2 . 1979
तक )
2 . मुलायम सिंह यादव -----(2 .12 .1989 से 24 .6 .1991
तक )
मुलायम सिंह यादव----(4 .12 .1993 से 2 .6 .1995 तक
)
मुलायम सिंह यादव-----(29 .8 .2003 से 12 .5 .2007 तक
)
3 अखिलेश यादव...........(15.3.2012
मुख्यमंत्री-बिहार
में :
1 . वी.पी. मंडल ----------------1968
2 . दरोगाप्रसाद राय ----------(16 .2 .1970 से 22 .12 .1970
तक )
3 . लालू प्रसाद यादव--------(11 .3 .1990 से 24 .7 .1997
तक )
4. राबडी देवी -----------------(24 .7 . 1997 से 3 .3 .2000
तक )
राबडी देवी----------------(11 .3 .2000 से 7 .3 .2005
तक )
मुख्यमंत्री-मध्य
प्रदेश में :
1 . बाबूलाल गौर
--------2007
मुख्यमंत्री-हरियाणा में :
1 . राव वीरेन्द्र सिंह 1967
राज्यपाल -राजस्थान में
1.बलिराम भगत
राज्यपाल-गुजरात में
1.महीपाल
शास्त्री
राज्यपाल-मध्य प्रदेश में
1. राम नरेश यादव
लोकसभा
स्पीकर:
1. बलिराम
भगत
वर्तमान समय में मुलायम सिंह यादव और उनके
सुपुत्र अखिलेश यादव ऐसे दो महान व्यक्ति हैं जिनका जिक्र आते ही यदुवंशियों का
सीना गर्व से फूल जता है. मुलायम सिंह यादव एक जाने माने सफल समाजवादी नेता है.
उन्हें लोग प्यार से "नेताजी'" कहते हैं. वे तीन बार उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत् री तथा एक बार केंद्र में रक्षामंत्री रह
चुके हैं. अपने पिताश्री के पद-चिन्हों पर
चलते हुए अखिलेश यादव ने हाल ही में हुए उत्तर प्रदेश की विधान-सभा चुनाव में,
युवा वर्ग के सहयोग से , अभूतपूर्व कारनामा कर दिखाया. विधान -सभा की 403 में 224 सीटें जीत
कर उन्होंने सबको आश्चर्यचकित कर
दिया. 15 मार्च, 2012 वे यदुकुल के दसवें मुख्यमंत्री बने. वे उत्तर प्रदेश के
सबसे कम आयु वाले मुख्यमंत्री है.
अखिलेश यादव बेदाग छबि,
मृदुभाषी तथा प्रगतिशील विचारों वाले युवा नेता है. उनका जन्म 1 जुलाई, 1973 को उत्तर प्रदेश में इटावा जिले
के सैफई गाँव में हुआ. इनके पिता का नाम मुलायम सिंह यादव और माता
का नाम मालती देवी है. इनका विवाह 1999 में डिम्पल यादव से हुआ. इनके
अदिति, टीना और अर्जुन नाम वाले तीन
बच्चे हैं. इनके पिता एक जाने-माने समाजवादी नेता हैं. भारतीय राजनीति में उनका
विशिष्ट स्थान है. अखिलेश यादव की प्रारंभिक शिक्षा इटावा में तथा उच्च स्कूली शिक्षा मिलिटरी स्कूल धौलपुर राजस्थान से हुई. इंजीनियरी
में स्नातक स्तर की पढाई मैसूर यूनिवर्सिटी
से और आर्ट्स में मास्टर डिग्री सिडनी यूनिवर्सिटी से उत्तीर्ण
किया.
अखिलेश यादव ने वर्ष 2000
में कन्नौज संसदीय क्षेत्र से मध्यावधि चुनाव
जीत कर पहली बार लोकसभा में प्रवेश किया. तब से अब तक वे तीन बार लोक सभा के सदस्य
चुने जा चुके हैं. वर्ष 2009 में अखिलेश जी ने कन्नौज और फिरोजाबाद दो संसदीय क्षेत्रो से जीत हासिल किया परन्तु बाद मेंफिरोजाबाद सीट से
त्यागपत्र दे दिया और कन्नौज लोकसभा सीट को
कायम रखा.
अखिलेश जी उत्साहित ,तेजस्वी और सही
सोच-वाले युवा नेता हैं. उत्तर प्रदेश के
पिछड़ेपन को दूर करके विकास के उच्च शिखर पर ले जाने की उनकी तीव्र इच्छा भी
हैं. धार्मिक एवं जातिगत भावनाओं से दूर रहकर वे सभी युवक-युवातियों को उन्नति के
शिखर पर ले जाना चाहते है. उन्हें भली-भाँति मालुम है कि यह शुभ कार्य समाज के हर
वर्ग को समान दृष्टि से देखते हुए तथा न्याय के मार्ग पर चलकर ही संभव
है. मुख्यमंत्री प्रदेश के सभी नागरिकों का नेता होता है न
कि किसी वर्ग विशेष का. अतः उनके इस
महान कार्य को सफल बनने के लिए समाज के हर वर्ग से सहयोग की आवश्यकता
है.
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